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नुक्कड़ नाटकों साथ महाराष्ट्र मंडळ शुरू करेगा जागरूकता अभियान, महिला केंद्रों की होगी अहम जिम्मेदारी

 नुक्कड़ नाटकों  साथ महाराष्ट्र मंडळ शुरू करेगा जागरूकता अभियान, महिला केंद्रों की होगी अहम जिम्मेदारी
रायपुर। महाराष्ट्र मंडळ जल्द ही जागरूकता अभियान तेज करते हुए महिलाओं, बच्चों और वृद्धजनों के लिए नुक्कड़ नाटक सहित विविध आयोजन करने जा रहे है। महाराष्ट्र मंडळ के सचिव चेतन दंडवते ने शुक्रवार की शाम को महिला केंद्रों की संयोजिकाओं- सहसंयोजिकाओं एवं पदाधिकारियों की बैठक में इस आशय की जानकारी दी। 
 
दंडवते ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि महाराष्ट्र मंडळ पहली बार हिंदी में जन जागरूकता के विभिन्न विषयों को लेकर नुक्कड़ नाटक करेगा। इनमें महिलाओं को जागरूक करने के लिए महिला सशक्तीकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, दहेज उन्मूलन, महिला उत्थान, महिला उद्यमिता, महिला विकास एवं संस्कृति, योग शिक्ष, पर्यावरण जैसे विषयों पर शहर की विभिन्न हिस्सों में नुक्कड़ नाटक किए जाएंगे। 
 
 
इसी तरह बच्चों के लिए संस्कार केंद्र, बाल केंद्र, शिक्षा अभियान, नशामुक्ति एवं योग शिक्षा के कार्यक्रमों पर जोर दिया जाएगा। वृद्धजनों के लिए सीनियर सिटीजन्स गेम्स, स्वास्थ्य मार्गदर्शन, मनोरंजन, पिकनिक, सम्मेलन, योग शिक्षा, जन्मदिन सेलिब्रेशन जैसे विविध आयोजन महाराष्ट्र मंडळ में किए जाएंगे। 
बैठक के दौरान दंडवते ने महाराष्ट्र मंडळ के सदस्यता अभियान को और गति देने की बात कहीं। इस बात पर अधिक जोर दिया कि जिन घरों में एक मात्र सदस्य महाराष्ट्र मंडळ से जुड़े है। उनकी जिम्मेदारी 18 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों को भी मंडळ से जोड़ने की है। उन्होंने कहा कि अगर के सदस्य ही मंडळ के सदस्य नहीं बनेंगे तो हम दूसरों को मंडळ के सदस्य बनने के लिए किस तरह प्रेरित करेंगे। 
 
महाराष्ट्र मंडळ के अध्यक्ष अजय काळे ने बैठक में उपस्थित सदस्यों के भ्रम को दूर करते हुए कहा कि आम तौर पर यह सुनने को मिलता है कि यह आयोजन अमुक महिला केंद्र का है। और वह कार्यक्रम किसी अन्य समिति का। ध्यान रहे मंडळ के सभी कार्यक्रम महाराष्ट्र मंडळ के ही होते है। उन्हें आयोजित करने का अवसर विभिन्न महिलाकेंद्रों, समितियों  और प्रकल्पों को मिलता है। इसी तरह किसी सदस्य विशेष से नाराजगी को पूरे महाराष्ट्र मंडळ से नाराजगी के रुप में बदलन अनुचित है। जहां मतभेद है, उपेक्षा है, सुझावों को अनसुना करने की शिकायतें है। वहां पर आपस में बैठकर निराकरण करना चाहिए। और इसे महाराष्ट्र मंडळ के परिपेक्ष्य में नहीं ले जाना चाहिए। 
 
अध्यक्ष काळे ने कहा कि पूर्व पदाधिकारियों एवं सक्रिय सदस्यों को लेकर बड़े पैमाने पर एक समिति बनाई जा रही है, इसलिए यह मान लेना कि अब हम तो पदाधिकारी नहीं है। अतः हम समस्त जिम्मदारियों से मुक्त हो गए है, गलत है। उन्होंने कहा अब एक नई व्यवस्था बनाई जा रही है, जिसमें वर्षभर पदाधिरियों और सदस्यों की सक्रियता का आंकलन किया जाएगा। और अगले कार्यकाल की विभिन्न समितियों सहित कार्यकारिणी में स्थान देने के लिए इसी आंकलन को आधार बनाया जाएगा।  
 
काळे ने कहा कि मंडळ क्षेत्रवार वाट्सएप ग्रुप तैयार कर रहा है। इसके तुरंत बाद महाराष्ट्र मंडळ वाट्सएप ग्रुप नंबर 1,2,3.......6 बंद कर दिए जाएंगे। नए ग्रुप में ही मंडळ के समस्त जानकारी, गतिविधियां एवं संवाद किए जाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि हमें स्पष्ट होगा कि हमारे  क्षेत्र में ऐसे कौन लोग है जो महाराष्ट्र मंडळ के सदस्य नहीं है, कौन से घर में शोक की घटना हुई है, किस घर में 80 वर्ष से बड़े सम्माननीय मंडळ सदस्य का जन्मदिन है, इसकी जानकारी मिल जाएगी।  इससे हमारी गतिविधियों का दायरा निश्चित ही बढ़ेगा। काळे के अनुसार महाराष्ट्र मंडळ एक सामाजिक संस्था है और यहां दान एवं ऋण लेना का अभियान सतत जारी रहेगा। और इसमें हमारी अहम भूमिका सुनिश्चित करनी है। आभार प्रदर्शन महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने किया।