न्यूज़

महाराष्ट्र मंडल के नए भवन की तारीफ में... सभी अतिथियों ने गढ़े कसीदे... मंडल से अपने नाते को किया साझा

महाराष्ट्र मंडल के नए भवन की तारीफ में... सभी अतिथियों ने गढ़े कसीदे... मंडल से अपने नाते को किया साझा
रायपुर। एक दौर था, जब महाराष्ट्र मंडल के पास कुल पूंजी के तौर पर केवल 78 रुपए थे, लेकिन आत्मविश्वास की वजह से साल 1976 में महाराष्ट्र मंडल का पहला भवन बनकर तैयार भी हो गया। और अब उसी पुराने महाराष्ट्र मंडल का पुराना भवन नई साज-सज्जा और अत्याधुनिक संसाधनों के साथ एक बार फिर लोकार्पित हो गया है। जिसके निर्माण में करीब 9 करोड़ खर्च हो गए हैं। 
 
शनिवार 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य, सांसद सुनील सोनी की अध्यक्षता, और पूर्व मंत्री एवं रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय व नगर निगम रायपुर के सभापति प्रमोद दुबे के विशिष्ट आतिथ्य में इस पुननिर्मित भवन का लोकार्पण संपन्न हुआ। 
 
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पुननिर्मित भवन को लेकर कहा कि महाराष्ट्र मंडल ’पहले आओ, पहले पाओ’ के जिस ध्येय वाक्य को साथ में लेकर चल रहा है, वास्तव में प्रेरणादायी है। सीएम बघेल ने भवन की वास्तुकला की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह वर्तमान समय की मांग को पूरा करने वाला है। वहीं उन्होंने महाराष्ट्र मंडल की सोच को भी साधुवाद दिया और कहा कि इससे सभी समाज के लोगों को लाभ मिलेगा। 
 
अपने अध्यक्षीय भाषण में सांसद सुनील सोनी ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल से उनका काफी पुराना नाता रहा है। उन्होंने भवन की खूबसूरती की तारीफ में कहा कि आधुनिकता के हर पैमाने को दृष्टिगत रखते हुए इसका निर्माण हुआ है और यह आधुनिक कला का जीवंत उदाहरण है। वहीं उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि महाराष्ट्र मंडल ने कई प्रकल्प को एक साथ साधा है और उस पर मेहनत की है, जिसका परिणाम है कि महाराष्ट्र मंडल तेज गति से आज भी आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने भवन विकास के लिए सांसद निधि से 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। 
 
विशिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल से उनका बचपन से नाता है। अपने उद्बोधन के बीच उन्होंने कहा कि नाट्य मंचन क्या होता है, नाटक कैसे किया जाता है, यह देखने के लिए वे अक्सर स्कूल के जमाने में महाराष्ट्र मंडल आया करते थे, तो वहीं उन्होंने हंसी-ठिठोली में यह भी कहा कि अब तो ’हम खुद ही नाटक कर लिय करते हैं।’ उनकी बात को सुनकर महाराष्ट्र मंडल के सेंट्रल हॉल में हंसी का गुबार फूट पड़ा। यहां तक कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी खुद को नहीं रोक पाए। 
 
नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल ने आज उन्हें बतौर अतिथि आमंत्रित किया है, लेकिन यहां से उनका पारिवारिक नाता है। प्रमोद ने कहा कि उन्हें बचपन से महाराष्ट्र मंडल का सानिध्य मिला, उन्हें शिक्षा मिली है और काम करने, विश्वास जागृत करने कला सीखने को मिली है। उन्होंने कहा कि मंडल हमेशा से अनुकरणीय काम करते आ रहा है। उन्होंने इस बीच दिव्यांग बालिका गृह, संत ज्ञानेश्वर स्कूल और कामकाजी महिला वसती गृह का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यह सब इतना आसान नहीं होता, लेकिन महाराष्ट्र मंडल ने इस कठिन कार्य को भी बखूबी निभाया है।