न्यूज़

आध्यात्मिक समिति की पहल, महाराष्ट्र मंडल में रामनवमी पर सामूहिक रामरक्षा पाठ

 आध्यात्मिक समिति की पहल, महाराष्ट्र मंडल में रामनवमी पर सामूहिक रामरक्षा पाठ
रायपुर। चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र की आध्यात्मिक समिति की ओर से 30 मार्च को रामनवमीं के अवसर पर राम रक्षा स्त्रोत का 1001 पाठ किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन समता कालोनी स्थित दिव्यांग बालिका गृह में किया जाएगा। आयोजन को लेकर आध्यात्मिक समिति ने तैयारी पूरी कर ली है। 
आध्यात्मिक समिति की प्रमुख सौ. आस्था काळे ने बताया कि हिंदू नववर्ष को मराठी समाज पूरे उत्साह के साथ मनाता है। महाराष्ट्र मंडल की ओर से गुढी पाडवा और हिंदू नववर्ष के दिन राजधानी भव्य शोभायात्रा निकाली गई थी। नवरात्र के नौ दिनों तक विभिन्न आयोजन भी किए गए। आयोजन का समापन रामनवमीं पर राम रक्षा स्त्रोत पाठ के साथ किय़ा जाएगा। 
 
उन्होंने बताया कि समता कालोनी स्थित दिव्यांग बालिका गृह में 30 मार्च को शाम 4 से 6 बजे तक राम रक्षा स्त्रोत पाठ किया जाएगा। आयोजन में महाराष्ट्र मंडल के 150 से अधिक सदस्य भाग लेने वाले है। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीगणेश की स्तुति के साथ किया जाएगा। भगवान गजानन की स्तुति के बाद राम रक्षा स्त्रोत का पाठ होगा। फिर हनुमानजी की स्तुति होगी। अंत में क्रमशः श्रीगणेश, मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम और श्रीहनुमान जी की आरती र प्रसाद वितरण किया जाएगा। 
 
आस्था काले ने बताया कि राम रक्षा स्त्रोत पाठ के लिए समाज की महिलाएं प्रतिदिन अभ्यास कर रही है। उन्होंने कहा कि पाठ के लिए अभ्यास इसलिए आवश्यक हैं, क्योंकि इसे एक लय से गाया जाना होता है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए महिलाएं पारंपरिक परिधान साड़ी में और पुरुष वर्ग कुर्ता पैजामा में शामिल होंगे। 
 
पर्यावरण समिति के प्रभारी अभय भागवतकर ने बताया कि यह महाराष्ट्र मंडल की ओर से आध्यात्मिक समिति का पहला आयोजन है। वैसे भी मराठी समाज और खासकर मराठी परिवार में राम रक्षा स्तोत्र का विशेष महत्व है और हर बच्चे को यह स्त्रोत याद रहना चाहिए, यह प्रयास महाराष्ट्र मंडल की आध्यात्मिक समिति कर रही है।
 
जानिए राम रक्षा स्त्रोत को
नवरात्र पर्व के नौ दिन प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इसके  लिए प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में स्थान कर शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए। कुश के आसन में बैठकर इसका पाठ करना शास्त्रों में वर्णित है। आचार्य पंडित चेतन दंडवते ने बताया कि नवरात्र के नौ दिन राम रक्षा स्त्रोत का कम से कम 11 बार पाठ करना चाहिए। जो लोग समयाभाव में 11 बार पाठ नहीं कर सकते वे लोग कम से कम सात बार पाठ जरूर करें। पूर्ण शांति और विश्वास के साथ इसका जाप करना चाहिए।