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मुख्यमंत्री बघेल ने महाराष्ट्र मंडल के... पुननिर्मित भवन को किया लोकार्पित... विकास के लिए 25 लाख देने की घोषणा

मुख्यमंत्री बघेल ने महाराष्ट्र मंडल के... पुननिर्मित भवन को किया लोकार्पित... विकास के लिए 25 लाख देने की घोषणा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गरिमामयी आयोजन के बीच चौबे कॉलोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल के पुननिर्मित भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल रायपुर की गाथा ऐतिहासिक है। आजादी के पहले स्थापित हुआ महाराष्ट्र मंडल समय के साथ अपने खुद को बदलने में कामयाब ऐसी संस्था है, जिसने राष्ट्रीयता, सामाजिकता, संस्कृति और सभ्यता के साथ कभी समझौत नहीं किया, बल्कि समयपरक फैसलों की वजह से आज भी मजबूत स्तंभ की तरह चिरस्थायी बना हुआ है और दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत का काम कर रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र मंडल के विकास के लिए 25 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा भी की। 
 
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र मंडल के मुख्य द्वार पर शिला लेख का अनावरण किया। इसके पश्चात बालगंगाधर तिलक और शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करते हुए सभागार का फीता काटकर भवन में प्रवेश किया। मुख्य सभागार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीप प्रज्जवलित किया। इस मौके पर कार्यक्रम के अध्यक्ष रायपुर सांसद सुनील सोनी, रायपुर दक्षिण के विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद थे। 
 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भवन की साज सज्जा और स्वरूप की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें महाराष्ट्र मंडल का पुराना भवन भी याद है। उस भवन में भी कोई कमी नहीं थी, लेकिन आज वक्त की मांग के अनुरुप खुद को बदलने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र मंडल ने आधुनिकता के हिसाब से भवन का पुर्ननिर्माण कराया है, वह अद्भूत है। उन्होंने इसके लिए महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले, भवन निर्माण के संयोजक रामदास जोगलेकर, इंजीनियर सौरभ राहटगांवकर सहित सभी सदस्यों के योगदान की सराहना की। 
 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल की रणनीति ’पहले आओ, पहले पाओ’ सकल समाज के लिए प्रेरणादायी है। इससे इस बात का अहसास हो जाता है कि महाराष्ट्र मंडल केवल महाराष्ट्रीयन समाज मात्र तक सीमित नहीं है, बल्कि सर्वसमाज के हित के लिए सोचता है और काम करता है। उन्होंने कहा कि इसका अनुसरण होना चाहिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि मराठा समाज महाराष्ट्र से अपनी संस्कृति लेकर चला था और आज पूरे देश में उस सांस्कृतिक विरासत को प्रसारित करने में सफल रहा है।